आतंकवाद का मूल कारण बेरोजगारी : मुंशी प्रेमचंद

ब्रह्मानंद ठाकुर महान कथाकार प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू साहित्य के एक सशक्त  हस्ताक्षर रहे हैं। प्रेमचंद का युग भारतीय आजादी 

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अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस और क्लारा जेट्किन की कहानी

ब्रह्मानंद ठाकुर 8 मार्च यानी अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस। यह महिला दिवस क्लारा जेट्किन के नाम से अभिन्न रूप से जुड़ा

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सामंतवाद के गर्भ से पैदा ‘पूंजीवादी लोकतंत्र’ का जमाना है भाई!

ब्रह्मानंद ठाकुर पिछले दिन अखबार में एक खबर पढ़ने को मिली । खबर थी बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव

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पोथी पढ़-पढ़ जग मुआ, गांधी भया न कोय

ब्रह्मानंद ठाकुर गांव-घर में  आज-कल खेती-पथारी, माल-मवेशी, शादी-विवाह की चर्चा न के बराबर होती है। कारण है अभी न खेती-किसानी

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पुरखों को याद करें, लेकिन बुजुर्गों की इज्जत करना ना भूलें

ब्रह्मानंद ठाकुर घोंचू भाई  आज साइकिल से बाजार गये हुए थे। लौटने में देर हो रही थी। हम मनोकचोटन भाई

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बदलाव के पहले अतिथि संपादक ब्रह्मानंद ठाकुर

ब्रह्मानंद ठाकुर का जन्म बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में जनवरी 1952 में निम्न मध्यम वर्ग परिवार में हुआ । पढ़ने के

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