‘स्टार्टअप’ के दौर में तालाबंदी? ये वक़्त-‘वक़्त’ की बात है

राजीव मंडल आप केंद्र सरकार की इस विरोधाभासी संकल्पना पर तालियां पीट सकते हैं लेकिन ‘मेक इन इंडिया” और ‘स्टार्टअप-स्टैंडअप”

और पढ़ें >

‘लव योर पुलिस’- इस मुहब्बत में मुश्किलात बहुत हैं जनाब

अरुण प्रकाश हमारे देश में पुलिसिया ख़ौफ़ की कहानी किसी से छिपी नहीं है। पुलिस की छवि कुछ ऐसी है कि

और पढ़ें >

थर्ड जेंडर ने छेड़ी बराबरी के अधिकार की जंग

शिरीष खरे छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रहने वाली प्रिया (बदला नाम) एक ट्रांस जेंडर हैं। उसके अपने सपने थे,

और पढ़ें >

छत्तीसगढ़ के ‘होरी’ की व्यथा कथा कौन सुनेगा?

दिवाकर मुक्तिबोध लालसाय पुहूप। आदिवासी किसान। उम्र करीब 33 वर्ष। पिता – शिवप्रसाद पुहूप। स्थायी निवास – प्रेमनगर विकासखंड स्थित

और पढ़ें >

“कोई मरने से मर नहीं जाता, देख लो वो यहीं कहीं होगा“

नवीन कुमार IIMC पास करने के कुछ दिनों की बात है। पत्रकारिता का नया-नया रंगरूट था। नौकरी नहीं करने का

और पढ़ें >