मुजफ्फरपुर के गांवों में हमारे साथी पहुंचा रहे जरूरी सामग्री

मुजफ्फरपुर के गांवों में हमारे साथी पहुंचा रहे जरूरी सामग्री

पुष्य मित्र

मंगलवार को हमारी टीम मुजफ्फरपुर में कांटी के हरिदासपुर, छत्तरपट्टी गाँव में थी।लोगों को जरूरी सूचना के साथ-साथ ग्लूकोज, ओआरएस और थर्मामीटर भी दिया गया है। कुल 200 ग्लूकोज, 200 ओआरएस और 25 थर्मामीटर बांटे गए हैं। लगातार और भी साथी जुड़ रहे हैं। बुधवार को हमारी टीम पनघाड़ा, मीनापुर, शिवायपट्टी और टेंगराहा गांव में रहेगी। स्थानीय स्तर पर कोई साथी हों तो यहां मिल सकते हैं। हमने तय किया है कि यह टीम मुख्यतः मुजफ्फरपुर के कांटी प्रखंड और आसपास के इलाके में मुख्यतः जागरुकता फैलाने का काम करेगी। और इस दौरान जहां कहीं जरूरत होगी वहां, थर्मामीटर, ओआरएस, चीनी, नीबू और बेबी फूड का वितरण करेगी। गांवों में यह टीम जागरुकता फैलाने वालों के रूप में ही जायेगी। हेल्पेज इंडिया की स्थानीय इकाई से हमें बड़ी मदद मिली है, घूमने के लिये उनका एम्बुलेंस और स्वयंसेवकों के रहने के लिये जगह। इसलिये काफी खर्च बच गया है।

आपको याद होगा, पिछ्ले दिनों मैंने फेसबुक पर एईएस से सम्बंधित कुछ पन्ने शेयर किये थे, मुजफ्फरपुर के एक सम्मानित सज्जन ने मुझसे वह पूरा एसओपी मांगा। उसके आधार पर पम्फ्लेट छपवाया और ओडियो संदेश तैयार किया। इस tampo से उनके साथी पूरे इलाके में घूम घूम कर जागरुकता फैला रहे हैं। उन्होंने मुझे वह ऑडियो फ़ाइल भी भेजा है। मुझे फेसबुक पर ऑडियो फ़ाइल शेयर करना आता नहीं, वरना उसे भी पोस्ट कर देता। यह तरीका बेहतरीन है। इसे सबको अपनाना चाहिये।

आनंद दत्ता ने जानकारी दी है कि उनके और सत्यम के खाते में कुल 124770 रुपये जमा हो चुके हैं, जिसमें कुछ खर्च भी हो चुका है, आज से अस्पताल परिसर के आसपास मरीजों के परिजनों के लिए दोपहर और शाम के भोजन का इंतज़ाम किया गया है। पीने के पानी की समस्या को देखते हुए वाटर प्यूरीफायर और वाटर कूलर लगाने की बात सोची गयी है। अस्पताल प्रबंधन से अनुमति मिलते ही लगा दिया जाएगा। पहले हमारी टीम को इसे खर्च कर लेने दीजिये, फिर और पैसों की जरूरत पड़ेगी। जब ये पैसे खत्म होने लगेंगे तब हम और मदद की अपील करेंगे। उस बार एक ही अकाउंट जारी करेंगे, ताकि आपको हिसाब बताने में आसानी हो।

अन्त में उन सभी मित्रों का शुक्रिया जिन्होंने 10 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक का सहयोग दिया है। आनन्द दत्ता जी और भारती द्विवेदी जी का विशेष आभार जिनकी अपील पर काफी पैसा जमा हुआ।

पुष्यमित्र। पिछले डेढ़ दशक से पत्रकारिता में सक्रिय। गांवों में बदलाव और उनसे जुड़े मुद्दों पर आपकी पैनी नज़र रहती है। जवाहर नवोदय विद्यालय से स्कूली शिक्षा। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता का अध्ययन। व्यावहारिक अनुभव कई पत्र-पत्रिकाओं के साथ जुड़ कर बटोरा। प्रभात खबर की संपादकीय टीम से इस्तीफा देकर इन दिनों बिहार में स्वतंत्र पत्रकारिता  करने में मशगुल