पद्मपति शर्मा बेशक इमरान खान पाकिस्तानी फौज की पसंद थे और यह भी सही है कि दहशतगर्दो के प्रति सहानुभूति
Category: आईना
एक आख़िरी गोली और क्रांति का महानायक
डा. सुधांशु कुमार भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन का अमरदीप – चंन्द्रशेखर आजाद ! एक ऐसा नाम , जिसके स्मरण मात्र से
कविता मायूस, गीत उदास… गुबार देखते रहो
पीयूष बबेले कफन बढ़ा, तो किस लिए, नजर तू डबडबा गई कल शाम बाती का 50 साल पुराना शिकवा दूर
हैरी पॉटर से कहीं ज्यादा पॉपुलर रहा खत्री का उपन्यास चंद्रकांता
वीरेन नंदा बात 1963 की है, तब मैं नौ साल का था और एक फ़िल्म मुजफ्फरपुर के चित्रा टॉकीज में
चंपारण सत्याग्रह के सौ बरस- गांधी के संकल्प का एक और पाठ
पशुपति शर्मा कोलकाता में विनय तरुण स्मृति कार्यक्रम हो रहा है। कार्यक्रम के दूसरे सत्र ‘अपनी हांडी अपनी आंच’ सत्र
क्योंकि मैं सड़क हूं!
मैं सड़क हूं, मेरे यहां आपका स्वागत है, लेकिन WALK AT YOUR OWN RISK…! अरे, अरे, घबराइए नहीं, मेरा मतलब
दलितों का रोजमर्रा का संघर्ष -“लाइफ ऑफ एन आउटकास्ट ”
चित्रा अग्रवाल मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई करने वाले अच्छे से जानते हैं कि सिनेमा बस मनोरंजन नहीं बल्कि अपनी बात
छुट्टियों में घर गया तो समेट लाया कुछ प्यारी यादें
सुबोध कांत सिंह मंजिल यूं ही नहीं मिलती राही को जुनून सा दिल में जगाना पड़ता है पूछा चिड़िया को
पाठकों को मिलेगा ‘नारद कमीशन’ का आनंद
डा.सुधांशु कुमार … बात यदि मानवों तक की रहती तो एक बात थी किंतु यहां तो ‘छिच्छकों’ का अति पेचीदा