पुरु शर्मा क्या वास्तव में हमारा शहर ऐसा ही था ? जैसी आज उसकी छवि पूरे प्रदेश में बन चुकी
Category: आईना
जिंदा रहेगा जेएनयू
पशुपति शर्मा के फेसबुक वॉल से साभार तुम जिसेकुचलनेमसलनेऔर मिटा देने परआमादा हो…वो याद आएगाहमेशावो जिंदा रहेगाहमेशा जब कभीजुल्मो-सितम सेतुम
ईश्वर का पथगमन
निखिले कुमार दुबे के फेसबुक वॉल से साभार दीवाली के बाद ईश्वर का पथगमनघर से निकाले गए फुटपाथ मे बैठे
औद्योगीकरण के आगे साम्यवाद का टूटा सपना !
गांधी और व्यावहारिक अराजकवाद भाग-2 औद्योगिक क्रांति के बाद यूरोप में मजदूर वर्ग की स्थिति को सुधारने के जो प्रारम्भिक
सजा छात्र को दी गई और दर्द गांधीजी को हुआ
सत्य के प्रयोग पार्ट -2 पहली कड़ी में आपने पढ़ा कि महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में जेल की सजा
कौशलेंद्र- एक धीमी मौत के लिए आश्वस्त हैं हम सभी
पशुपति शर्मा शनिवार, सुबह… एक मित्र से सुना था उसका नाम-कौशलेंद्र। बहुत कुछ नहीं जानता, उसके बारे में। मित्र ने
‘साक्षात्कार अधूरा है’- गुरु से गुरु तक की यात्रा
पशुपति शर्मा बंसी दा के साथ काम करने का अपना अनुभव है। रचना-कर्म के दौरान एक आत्मीय रिश्ता रहता है
रंगकर्मी प्रसन्ना को ‘कारवां-ए-हबीब सम्मान’
वर्ष 2019 के ‘कारवां-ए-हबीब सम्मान’ के लिये हम सबके प्रिय रंगकर्मी, निर्देशक, गांधीवादी चिंतक एवं एक्टिविस्ट प्रसन्ना को हार्दिक बधाई
नेमिजी के होने न होने के 100 बरस
रवीन्द्र त्रिपाठी किसी बड़े रचनाकार की जन्मशती के मौके पर ये सवाल उठ सकता है कि उसे किस रूप में
गोवा का एक अनोखा स्कूल
शिरीष खरे आमतौर पर घर, खेत, खलिहान और दुकानों पर काम करने वाली महिलाओं के काम को काम नहीं माना