बदलाव के पहले मिलन में जम गया होली का रंग

बदलाव के पहले मिलन में जम गया होली का रंग

सर्बानी शर्मा

दिल्ली से सटे नोएडा में बदलाव, ढाई आखर फाउंडेशन और दस्तक की ओर से आयोजित पहले होली मिलन कार्यक्रम में 50 से ज्यादा परिवार शामिल हुए। रविवार के दिन दोपहर एक बजे का कार्यक्रम रखा गया था लेकिन लोगों के जुटते-जुटते दो बज गए। बिहार के प्रसिद्ध चित्रकार राजेंद्र प्रसाद गुप्ता ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर बदलाव बाल क्लब की चित्र प्रदर्शनी का मुआयना किया और बच्चों के साथ उनके चित्रों पर बातचीत की। कार्यक्रम के दौरान उन्हें ईनाम भी दिए गए। कार्यक्रम का संचालन बीबीसी से जुड़ीं शैफाली चतुर्वेदी ने किया। शैफाली चतुर्वेदी माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के छात्रों के सांस्कृतिक संगठन में भी काफी सक्रिय रही हैं। सत्येंद्र कुमार ने लोगों को बदलाव के बारे में बताया। संस्था गांवों को छोड़कर महानगरों में आ बसे लोगों के साथ एक संवाद बनाने की कोशिश कर रही है। गांवों के मुद्दों को लेकर एक समझ और संवेदनशीलता विकसित करना संस्था का प्राथमिक उद्देश्य है। संस्था करीब दो साल से सक्रिय है। इससे पहले देवरिया और जौनपुर में बदलाव की चौपाल का आयोजन कर चुकी है।

इसके बाद बदलाव बाल क्लब के बच्चों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया गया। इसमें गौरिका, माही, अनन्या ने ग्रुप प्रस्तुति दी। रिया, खुशी, वेदाक्षी ने भी अपने नृत्य से दर्शकों का मन मोहा। तन्मय के डांस ने दर्शकों को तालियां बजाने के लिए मजबूर कर दिया। नोएडा के एनईए प्रांगण में आयोजित बदलाव के इस पहले होली मिलन को वरिष्ठ पत्रकार रवि रंजन ने एक नई शुरुआत बताया। उन्होंने कहा कि इसे आगे भी जारी रखने के बारे में सोचा जाना चाहिए। वहीं पत्रकार त्रिलोकी नाथ उपाध्याय ने होली से जुड़े अपने संस्मरण साझा किए। उन्होंने बताया कि होली की मस्ती कैसे दिनों दिन एक अलग ही शक्ल अख्तियार करती जा रही है। वहीं शेफाली ने कहा कि फेसबुक पर मिलन की बजाय फेस टू फेस मिलन का ऐसा कार्यक्रम वक्त की जरूरत है। दिल्ली के करोल बाग के एसडीएम प्रशांत यादव ने होली मिलन के इस कार्यक्रम में शिरकत की और संस्था के उद्देश्यों को सराहा। वहीं टीवी टूडे ग्रुप में वरिष्ठ पत्रकार बजरंग झा और इंडिया टीवी में बतौर संपादक कार्यरत प्रयण यादव भी सपरिवार होली मिलन में शिरकत कर आयोजकों का हौसला बढ़ाया ।

एनईए के हॉल से शुरू हुए होली के ये रंग खाने के पंडाल तक बिखरे रहे। हॉल के भीतर बच्चों की पेंटिंग्स और डांस ने लोगों को मंत्र मुग्ध किया तो वहीं हॉल के बाहर बच्चों की धमाल चौकड़ी देखते ही बन रही थी । ऐसा लग रहा था जैसे  खुले आसमान को पाकर पंचों के पंख लग गए हों । महिलाएं ने भी इस दौरान खूब मस्ती की। एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाया और माहौल होलीनुमा हो गया।

कार्यक्रम का आयोजन आपसी सहभागिता से किया गया। संजीव कुमार सिंह, ऋषिकांत, गौतम मयंक, संदीप शर्मा, पशुपति शर्मा, अरुण प्रकाश, सुजीत मिश्रा, अमरेंद्र गौरव, पन्ना लाल, विश्वदीपक, जयंत, मोहन जोशी, शंभूनाथ झा, रवि किशोर, रंजेश शाही, आशीष, आनंद रॉय, दीपक यादव, एसपी सिंह, लाल सिंह,जूली झा, समेत जेएनयू और माखनलाल से जुड़े तमाम साथियों की मौजूदगी से कार्यक्रम की रौनक बनी रही । इसके अलावा नयोदय विद्यालय से जुड़े तमाम साथियों ने भी कार्यक्रम में शिरकत की। रिषी, रिषीकेश, अनिल झा, दीपक यादव, संजय कुमार और संतोष ने नवोदय की पुरानी यादें साझा कीं। तमाम ऐसे साथी भी रहे जिन्होंने पर्दे के पीछे रहते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


सर्बानी शर्मा। रायगंज, पश्चिम बंगाल में पली बढ़ी सर्बानी इन दिनों गाजियाबाद में रहती हैं। बीएनएमयू से एलएलबी की पढ़ाई। संगीत और रंगमंच में अभिरुचि।