दीप्ति का सबक याद रखना दिलेर बेटियों

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अश्विनी शर्मा

स्नैपडील की महिला कर्मचारी दीप्ति सही सलामत अपने रिश्तेदारों के पास है। सीएम अखिलेश के निर्देश के बाद हरकत में आई गाजियाबाद पुलिस ने दीप्ति किडनैप कांड को अंजाम देने वालों को गिरफ़्तार कर लिया। लेकिन इस घटना ने साबित कर दिया है कि बेटियां देश में बिल्कुल ही महफूज नहीं है । सोचिए किस तरह से अपराधी किस्म के लोग  महिलाओं पर बुरी नजर रखते हैं। घर से महिला नौकरी के लिए निकलती है लेकिन अपराधी उसका पीछा करते हैं।

जिस तरह से दीप्ति के एक तरफा प्रेम में पड़कर देवेंद्र पिछले एक साल से भी ज्यादा वक्त से उसका पीछा कर रहा था। उसकी 150 बार रेकी कर चुका था । उसे लुभाने के लिए सारे जुगत लगाने के बाद उसे अगवा करता है, इससे ये सबक मिलता है कि आज घर से निकलने वाली लड़कियों और महिलाओं को कितना सचेत रहने की आवश्यकता है। पूरे फिल्मी अंदाज में देवेंद्र दीप्ति को अगवा करने के लिए एक नहीं दो ऑटो रिक्शा तक खरीदता है फिर शातिराना अंदाज में साथियों के मिलकर ले भागता है ।

पुलिस के गिरफ्त में देवेंद्र
पुलिस के गिरफ्त में देवेंद्र

ये सच है कि अखिलेश यादव और उनकी पुलिस दीप्ति की बरामदगी के लिए तहे दिल से धन्यवाद की पात्र है लेकिन ये भी कटु सच है कि अखिलेश की पुलिस के ढीले तेवर की वजह से इस तरह के अपराध भी हो रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले ही नोएडा में ही एक रिक्शावाला एक लड़की को लूटपाट कर अगवा करने की कोशिश कर रहा था लेकिन लड़की ने दिलेरी दिखाते हुए रिक्शे से छलांग लगा ली । और भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं जब ऑटोवाले किडनैपिंग, चेन स्नैचिंग और लूटपाट की घटनाओं में शरीक मिले और उनकी गिरफ्तारी भी हुई। बार बार हो रही इस तरह की घटनाएं सचेत करती हैं। इस बार मामला हाई प्रोफाइल था। मीडिया ने भी पुरजोर तरीके से खबर को दिखाया जिससे सरकार की नींद टूटी। कई ऐसी गरीब और कमजोर घरों की लड़कियां हैं जो अगवा तो कर ली गई हैं, उनके परिजन हर जगह इंसाफ मांग कर थक चुके हैं लेकिन उनका कोई सुनने वाला तक नहीं है । पुलिस भी हैसियत देखकर किनारा कर लेती है। लापता या किडनैप लड़कियां किस हाल में हैं, जिंदा हैं या मार दी गई हैं, किसी को कोई फिक्र नहीं है।

सवाल उठता है कि आखिर पुलिस लड़कियों को लेकर अपराध पर जड़ से अंकुश लगाने को लेकर क्यों नहीं कदम उठाती? अपराधियों के दिलों में उनका ख़ौफ़ क्यों नहीं हो रहा है । वर्तमान हालत में इसका जवाब मिलना भी मुश्किल लग रहा है । ऐसे में लड़कियों को और दिलेर बनाने की आवश्कता है ।


ashwani sharma

अश्विनी शर्मा, एसोसिएट एक्जीक्यूटिव एडिटर, सहारा टीवी। बीएचयू से दर्शनशास्त्र में परास्नातक, संगीत की भी पढ़ाई की। मुंबई से एनिमेशन स्पेशल इफेक्ट्स की पढ़ाई और साल 2000 से मीडिया में सक्रिय। 


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